मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क के निर्माण में तेजी लाने की जरूरत: मुख्यमंत्री



जयपुर: मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि देश में परिवहन और लॉजिस्टिक सुविधाओं को सहज बनाने के लिए मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पाक्र्स के विकास में तेजी लाने की जरूरत है। इसके लिए पश्चिमी भारत के बंदरगाहों को उत्तर के औद्योगिक क्षेत्रों से जोड़ने के लिए कॉरीडोर के रूप में राजस्थान आदर्श स्थान है।

राजे शुक्रवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित तीन दिवसीय भारत एकीकृत परिवहन और लॉजिस्टिक सम्मेलन-2017 के समापन सत्र को संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केन्द्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री पी. राधाकृष्णन, केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव प्रताप रूड़ी भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित होने से रेल, सड़क, वायु, एवं जल परिवहन से जुड़ी वेयरहाउसिंग, बैंकिंग, कार्गो-कंटेनर टर्मिनल्स एवं व्यवसाय के सुगम संचालन के लिए आवश्यक सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकेंगी। इससे वस्तुओं की उत्पादन लागत एवं परिवहन व्यय में कमी के साथ ही समय की बचत भी हो सकेगी। उन्होंनेे बताया कि अलवर के भिवाड़ी, जयपुर के फुलेरा, अजमेर के ब्यावर और बेगुसराय, पाली के मारवाड़ जंक्शन और सिरोही के स्वरूपगंज में प्रस्तावित मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक सुविधाओं के विकसित होने से राज्य के उद्योगों को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के कॉनकोर द्वारा स्वरूपगंज के 400 एकड़ क्षेत्र में रेल ट्रांसशीपमेंट हब बनाया जा रहा है। यह दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में उपलब्ध कोयला व सीमेंट के कच्चे उत्पादों के लिए वरदान साबित होगा। 

हाईस्पीड कॉरीडोर औद्योगिक प्रगति के लिए इंजन का काम करेगा

राजे ने बताया कि 1483 कि.मी. लम्बे दिल्ली मुम्बई औद्योगिक कॉरीडोर और डेडिकेटिड फे्रट रेल कॉरीडोर बनने से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली देश की औद्योगिक राजधानी मुम्बई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट से सीधी जुड़ जाएगी। इस हाईस्पीड कॉरीडोर का 40 प्रतिशत हिस्सा राजस्थान से गुजरेगा और यह कॉरीडोर राजस्थान की औद्योगिक प्रगति के लिए इंजन की तरह कार्य करेगा। इसके साथ ही एनसीआर को राजस्थान के औद्योगिक कॉरीडोर से जोड़ने वाला 180 किमी लंबा हाईस्पीड रीजनल रेपिड ट्रांजिट सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिससे दिल्ली और अलवर की दूरी मात्र 104 मिनट में पूरी की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि राजस्थान से गुजरने वाले डीएमआईसी क्षेत्र में 24 निवेश क्षेत्रों के साथ-साथ औद्योगिक शहरों और पाकोर्ं का विकास किया जा रहा है। भविष्य में अजमेर-किशनगढ़, राजसमंद-भीलवाड़ा और जयपुर-दौसा औद्योगिक निवेश क्षेत्र विकसित किए जाएंगे।

एनएच के विकास में राजस्थान नंबर वन

राजे ने बताया कि सड़कों के मामले में राजस्थान देश के अग्रणीराज्यों में शामिल है। विशेषकर राष्ट्रीय राजमागोर्ं के विकास में प्रदेश देश में पहले नंबर पर है। राजस्थान में 2.2 लाख किमी लंबी सड़कों का नेटवर्क है। इनमें 3.6 प्रतिशत रोड राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में विकसित हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले पांच वषोर्ं में राज्य मेें सार्वजनिक निजी भागीदारी से 20 हजार किमी स्टेट हाईवे का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।

हवाई सेवाओं का तेजी से विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर, उदयपुर व जोधपुर एयरपोर्ट पूरी क्षमता से कार्य कर रहे हैं, वहीं बीकानेर और जैसलमेर में भी हवाई सेवाओं का तेजी से विकास हो रहा है। जयपुर दुबई, शारजहां, बैंकॉक और सिंगापुर से सीधे जुड़ा हुआ है। जयपुर में एयर कार्गो कॉम्पलेक्स भी है। यहां निर्यात के लिए स्पेशल नोटिफाइड जोन बनाने का भी प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि राजस्थान बड़ा घरेलू बाजार है। अगले तीन वर्षों में यहां की अर्थव्यवस्था 8 से 10 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ेगी।

ग्रीनफील्ड इंटीग्रेटिड टाउनशिप का विकास

मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली जयपुर के मध्य जापानी उद्योगों के हब के रूप में विकसित नीमराणा-खुशखेड़ा और भिवाड़ी क्षेत्र में 165 वर्ग किमी क्षेत्र में ग्रीनफील्ड इंटीग्रेटिड टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा इस टाउनशिप को विश्वस्तरीय नॉलेज सिटी के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान भी नोटिफाइड किया जा चुका है। इसी तर्ज पर सरकार जोधपुर-पाली-मारवाड़ क्षेत्र में टाउनशिप विकसित करने की योजना बना रही है।

कोल्ड स्टोरेज श्रृंखला विकसित करने की अपार संभावनाएं

राजे ने कहा कि राजस्थान में डेयरी एवं बागवानी से संंबंधित उत्पादों की बाजार में आपूर्ति के लिए कोल्ड स्टोरेज श्रृंखला विकसित करने की अपार संभावनाएं मौजूद है। उन्होंने कहा कि झालावाड़ में संतरे के लिए कोल्डचेन का विकास किया जा सकता है। श्रीमती राजे ने बताया कि कृषि अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट का अगला संस्करण 24 से 26 मई, 2017 को कोटा में आयोजित किया जा रहा है।
नई दिल्ली-जयपुर के बीच नया एक्सप्रेस हाईवे

सार्वजनिक निर्माण एवं परिवहन मंत्री युनूस खान ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री गडकरी, तथा हरियाणा एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री के बीच हुए विचार विमर्श के बाद नई दिल्ली से जयपुर नए एक्सप्रेस हाईवे के अलाईनमेंट को अंतिम रूप देने पर सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। उन्होंने बताया कि अजमेर-जालंधर के मध्य 6 लेन का नया हाईवे विकसित करने पर भी सहमति हुई है। यह हाईवे किशनगढ़-हनुमानगढ़-डीडवाना आदि स्थानों को जोड़ेगा।

इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग डीबी गुप्ता, रीको की प्रबंध निदेशक मुग्धा सिन्हा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी मौजूद थे।

Comments