बावड़ियों के जीर्णोद्धार व रूफटॉप हार्वेस्टिंग निर्माण के सभी कार्य 30 जून, 2017 तक पूर्ण होंगे


जयपुर: मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान (शहरी) के तहत प्रथम चरण के दौरान किये जाने वाले कार्य 30 जून तक पूर्ण करने होंगे। प्रदेश में अभियान के दौरान बावड़ियों को जल मन्दिर बनाये जाने के लिए 13 प्रस्ताव प्राप्त हुए। 

स्वायत्त शासन भवन में सोमवार को प्रमुख शासन सचिव डॉ मनजीत सिंह की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान (शहरी) की समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई। बैठक में स्वच्छ भारत मिशन की मिशन निदेशक आरूषी मलिक, स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं संयुक्त सचिव श्री पवन अरोड़ा, स्वायत्त शासन विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री मुकेश कुमार मीणा, स्वायत्त शासन विभाग के मुख्य अभियन्ता श्री भूपेन्द्र माथुर, राजस्थान नदी बेसिन व जल संसाधन योजना प्राधिकरण के अधीक्षण अभियन्ता श्री भास्कर भुवन एवं सभी उपनिदेशक (क्षेत्रीय), सभी संभागीय अधीक्षण अभियन्ता व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। 

बैठक में डॉ मनजीत सिंह ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान (शहरी) की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि अभियान के दौरान प्रथम चरण में किये जाने वाले सभी कार्य 30 जून, 2017 तक आवश्यक रूप से पूर्ण कर लिये जाये। वर्तमान में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के दौरान प्रदेश के 66 शहरों में 224 बावड़ियों के जीर्णोद्धार एवं 1100 रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने का कार्य जारी है। बैठक में जल मन्दिर बनाने के 13 प्रस्ताव प्राप्त हुए जिनमें सूरतगढ़, तारानगर, झालरापाटन, उदयपुर, फतेहनगर, राजसमंद, चित्तोड़गढ़, भीलवाड़ा, नागौर से एक-एक तथा कोटा व बून्दी से दो-दो प्रस्ताव प्राप्त हुए।
 
डॉ मनजीत सिंह ने कहा कि अभियान के प्रथम चरण में जिन बावड़ियों में सौंदर्यकरण, प्रकाश व्यवस्था, कवरिंग के कार्य अधूरे रह गये थे उनके प्रस्ताव तैयार कर तुरन्त भिजवाये जाये, जिससे वहॉ शेष रहे कार्यो को पूर्ण किया जा सके। उन्होनें कहा कि बावड़ियों के पानी का क्या उपयोग किया जायेगा। इसके प्रस्ताव भी भिजवायें जाये। उन्होनें यह निर्देश भी दिये कि बावड़ियों के जीर्णोद्धार के दौरान कार्य की गुणवत्ता कोई समझौता नहीं किया जायेगा, अर्थात् कार्य उत्कृष्ठ श्रेणी के करवाये जायें। उन्होनें सभी उपनिदेशक (क्षैत्रीय) को निर्देशि दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्र में नगरीय निकायों की बैठक लेकर कार्यो को तेजी से पूर्ण करवाये।

स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं संयुक्त सचिव पवन अरोड़ा ने सभी 66 शहरों में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के दौरान अब तक किये गये कार्यो की वहॉ के अधीक्षण अभियन्ताओं से जानकारी ली। उन्होनें निर्देश दिये कि अब तक किये गये कार्यो के ळम्व्.ज्ंहहपदह के माध्यम से पोर्टल पर फोटो अपलोड किये जाये। इस दौरान कुछ अधिकारियों से बताया कि ऑनलाईन फोटो अपलोडिंग में परेशानी आ रही है। इस पर राजस्थान नदी बेसिन व जल संसाधन योजना प्राधिकरण के सूचना तकनीकी विशेषज्ञ श्री विकास को आ रही समस्या के समाधान के लिए निर्देशित किया गया। 

बैठक में अब तक दी गई स्वीकृतियों के अन्तराल/वित्तीय स्वीकृतियों के अन्तराल, प्रगति विवरण के बारे में उपस्थित अधिकारियों से जानकारी ली गई तथा उन्हें आवश्यक निर्देश दिये गये।  

बैठक में स्वच्छ भारत मिशन की मिशन निदेशक डॉ आरूषी मलिक ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत घरेलू शौचालयों, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, कचरे की प्रोसेसिंग के लिए प्लान्ट लगाना एवं खुले में शौच मुक्त शहर बनाने के लिए नगरीय निकायों द्वारा किये जा रहे कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिये कि घरेलू शौचालय के निर्माण की गति को बढ़ाया जाये तथा मुख्यमंत्री शहरी जन कल्याण योजना के तहत आयोजित शिविरों में घरेलू शौचालय बनाने के लिए प्राप्त सभी आवेदनों को स्वीकृत प्रदान की जाये।

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