जयपुर: प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में मुख्यमंत्री शहरी जन कल्याण योजना के तहत 10 मई, 2017 से प्रारम्भ होने वाले शिविर आमजन को राहत पहुॅचाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। शिविरों का आयोजन पूर्ण तैयारियों के साथ किया जाये जिससे आमजन को शिविरों का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके।
यह निर्देश मुख्य सचिव ओ.पी.मीणा ने सोमवार को यहां विडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों, नगरीय निकायों के अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव नगरीय विकास विभाग मुकेश शर्मा, स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव डॉ.मनजीत सिंह, नगर निगम जयपुर के आयुक्त हेमन्त गेरा तथा स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं संयुक्त सचिव पवन अरोड़ा, नगरीय विकास विभाग के संयुक्त सचिव राजेन्द्र शेखावत, अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक प्रदीप कपूर, वरिष्ठ नगर नियोजक आर.के.विजयवर्गीय व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
विडियों कांफ्रेसिंग में मुख्य सचिव ओ.पी.मीणा ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों, नगरीय निकायों के अधिकारियों निर्देशित किया कि वे मुख्यमंत्री शहरी जन कल्याण योजना के तहत 10 मई, 2017 से प्रारम्भ होने वाले आयोजित होने वाले शिविरों का आयोजन पूर्ण तैयारियों के साथ करें। जिससे अधिक से अधिक लोगोें को राहत मिल सकें। उन्होनें कहा कि शिविरों में भूमि नियमन के साथ-साथ पट्टे देने की कार्यवाही, नक्शे पास करने, नाम हस्तानांतरण के कार्य त्वरित गति से किये जाये तथा दी गई छूट एवं शिथिलता का लाभ आमजन तक पहुंचाये। उन्होनें कहा कि यह नगरीय क्षेत्रों के लिए एक महत्वूर्ण पहल है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव नगरीय विकास विभाग मुकेश शर्मा ने शिविरों में किये जाने वाले कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं जिला कलेक्टरों से कहा कि उनकी शिविरों में महत्वपूर्ण भूमिका है तथा यह शिविर राज्य सरकार की आमजन को अधिक से अधिक लाभ देने की योजना है। प्रमुख शासन सचिव स्वायत्त शासन विभाग डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि शिविरों के दौरान आने वाली समस्याओं के निस्तारण के लिए नगर नियोजन विभाग एवं स्वायत्त शासन विभाग में कंट्रोल रूम स्थापित किये गये है। उन्होनें निर्देश दिये कि लोगों को अधिक से अधिक लाभ देकर राहत प्रदान की जाये तथा इस दौरान लीज, नगरीय विकास कर में दी गई छूट का लाभ देते हुए राजस्व वसूली की जाये।
विडियों कांफ्रेसिंग के दौरान स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं संयुक्त सचिव पवन अरोड़ा ने शिविरों के संबंध में अपना प्रस्तुतीकरण दिया जिसमें उन्होनें शिविरों के दौरान किये जाने वाले कार्यो की जानकारी दी तथा जिला कलेक्टरों एवं अधिकारियों को विभिन्न शिथिलता/छूट की जानकारी भी दी। उन्होनें बताया कि राज्य सरकार द्वारा सभी जिला कलेक्टरों को शिविरों के दौरान कार्यो में किसी भी प्रकार की कोताही बरतने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश भी दिये है। उन्होने शिविरों मे जिला कलेक्टरों की भूमिका एवं कार्यो के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
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