सैन्य कमांडरों का अर्धवार्षिक सम्मेलन दिल्ली कैंट स्थित मानेकशॉ सेन्टर में शुरू हुआ। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आरंभिक भाषण दिया।
सैन्य कमांडरों का सम्मेलन भारतीय सेना की नियोजन एवं क्रियान्वयनकारी प्रक्रिया से जुड़ा एक महत्वपूर्ण आयोजन है।
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने अपने आरंभिक संबोधन में विशेष जोर देते हुए कहा कि सभी प्रणालियां सही ढंग से काम रही हैं। उन्होंने जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले सभी सैन्य कर्मियों की सराहना की। उन्होंने यह बात रेखांकित की कि भारतीय सेना की छवि अब भी काफी अच्छी है और उसकी प्रोफेशनल ख्याति भी बनी हुई है।
माननीय रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने सैन्य कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित किया और यह कहते हुए सेना में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत अधिकारियों की सराहना की कि जब भी ढेर सारी चुनौतियां एक साथ उत्पन्न हो जाती हैं अथवा उनका स्वरूप बदल जाता है तो उन सभी अवसरों पर भारतीय सेना सदा ही अपनी ओर से बेहतर प्रदर्शन करती रही है। उन्होंने कहा कि रक्षा उपकरणों का आधुनिकीकरण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
सैन्य कमांडरों का सम्मेलन भारतीय सेना की नियोजन एवं क्रियान्वयनकारी प्रक्रिया से जुड़ा एक महत्वपूर्ण आयोजन है।
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने अपने आरंभिक संबोधन में विशेष जोर देते हुए कहा कि सभी प्रणालियां सही ढंग से काम रही हैं। उन्होंने जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले सभी सैन्य कर्मियों की सराहना की। उन्होंने यह बात रेखांकित की कि भारतीय सेना की छवि अब भी काफी अच्छी है और उसकी प्रोफेशनल ख्याति भी बनी हुई है।
माननीय रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने सैन्य कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित किया और यह कहते हुए सेना में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत अधिकारियों की सराहना की कि जब भी ढेर सारी चुनौतियां एक साथ उत्पन्न हो जाती हैं अथवा उनका स्वरूप बदल जाता है तो उन सभी अवसरों पर भारतीय सेना सदा ही अपनी ओर से बेहतर प्रदर्शन करती रही है। उन्होंने कहा कि रक्षा उपकरणों का आधुनिकीकरण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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