महिला समाज की धुरी है, महिला विकास से ही समाज एवं देश का विकास संभव -अभय कुमार प्रमुख शासन सचिव,सहकारिता

जयपुर, 10 अप्रेल। प्रमुख शासन सचिव सहकारिता अभय कुमार ने कहा कि महिला सर्वांगीण विकास सहकारी समितियों को राज्य सरकार एवं एनसीडीसी (राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम) के स्तर से वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे। ताकि इन समितियों के कार्यों को विस्तार दिया जा सके।

कुमार सोमवार को यहां शासन सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से महिला सहकारी समितियों से जुड़े सहकारिता एवं राजीविका के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सहकारिता एवं राजीविका के समन्वित प्रयासों से महिलाओं के विकास को नयी गति प्रदान की जा सकती है। इसके लिए जरूरी है कि दोनों संस्थाओं में आपसी सामंजस्य बेहतर हो।

प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि सहकारिता के अधिकारियों का महिला सर्वांगीण विकास सहकारी समितियों के गठन संबंधी प्रक्रिया के आमुखीकरण हेतु राजीविका के माध्यम से इस कार्य को बढ़ाने के लिए फील्ड ट्रेनिंग करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को सहकारिता में लाने का उदेश्य गरीब एवं महिलाओं को संगठित कर उनका आर्थिक सशक्तिकरण करना है।

कुमार ने कहा कि स्वयं सहायता समूह जो पांच सूत्र यथा- नियमित बैठक, लेनदेन, ऋण, उपस्थिति एवं किताबों के संधारण पर संचालित हैं, उन्हें कम्यूनिटी लेवल फैडरेशन के रूप में संगठित किया जाएगा तथा बाद में उन्हें महिला सर्वांगीण विकास सहकारी समिति के रूप में पंजीकृत किया जाएगा। ताकि ऎसी समितियों को सहकारिता के माध्यम से आधारभूत एवं संस्थागत वित्तीय तथा प्रबंधकीय सहायता भी सुलभ हो सके।

प्रमुख शासन सचिव ने वीडियो कॉन्फे्रसिंग के प्रारम्भ में कम्यूनिटी रिसोर्स पर्सन द्वारा स्वयं सहायता समूह के गठन, कम्यूनिटी लेवल फैडरेशन का गठन तथा उसके बाद सीएलएफ को महिला सर्वांगीण विकास सहकारी समिति के रूप में पंजीकृत किए जाने की प्रक्रिया को विस्तार से बताया।

रजिस्ट्रार राम निवास ने कहा कि सहकारिता के द्वारा महिला सहकारी समितियों को स्थानीय आवश्यकता के अनुसार सहायता एवं ऋण सुविधा प्रदान कर आगे बढ़ाया जाए, जिससे महिला स्वावलंबन को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि महिला समाज की धुरी है और महिला विकास से ही समाज एवं देश का विकास संभव है।

उन्होंने कहा कि महिला सहकारी समितियों के विकास में यदि बायलॉज में संशोधन की आवश्यकता है तो उसे भी किया जाएगा। राम निवास ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा महिला सहकारी समितियों को सहकारिता के माध्यम से मंच प्रदान किया जाए।

वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में अतिरिक्त रजिस्ट्रार (द्वितीय) सुरेन्द्र सिंह राठौड़, एम.डी. अपेक्स बैंक विद्याधर गोदारा, उप रजिस्ट्रार (महिला समितियां) रश्मि सहित राजीविका एवं सहकारिता के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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