कारखाना एवं बायलर्स विभाग द्वारा 7 दिन में 2 हजार से अधिक औद्योगिक लाइसेंस जारी किये- जसवंत सिंह यादव

जयपुर, 11 अप्रेल। कारखाना एवं बायलर्स विभाग द्वारा 7 दिन में 2 हजार से अधिक औद्योगिक लाइसेंस जारी किये गये। यह बात श्रम, कारखाना एवं बायलर्स मंत्री डॉ. जसवंत सिंह यादव ने मंगलवार को विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की यह प्राथमिकता है कि राज्य की किसी भी फैक्ट्री में श्रमिकों को किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, विभाग इसी मंशा को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रहा है। डॉ. यादव ने सभी जिलों के अधिकारियों से उनके द्वारा जिलों के कारखानों में किए गए निरीक्षणों का फीडबैक मांगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन कारखानों के द्वारा लगातार नियमों की अवहेलना की जा रही है उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए।

श्रम मंत्री ने कहा कि विभागीय वेब एप्लीकेश्न राजफेब से आवेदनों के निस्तारण में काफी तेजी आयी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कारखाना एवं बायलर्स निरीक्षण विभाग को राज्य में प्रथम पेपरलेस, प्रसेंसलेस तथा केसलेस विभाग बनाया जाए।

डॉ यादव ने सभी निरीक्षकों को श्रमिकों की सुरक्षा व मेडिकल व्यवस्था जैसे फस्र्ट एड, पीने के पानी, साफ सफाई को सुनि6िचत करने के लिये कारखानों के प्रभावी संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि धूल से बचाव के लिये राज्य में कई स्थानो, जैसे दौसा, अलवर आदि में पत्थर का पाउडर बनाने वाले ईकाइयों का सर्वे कर आवश्यक कार्यवाही की जाए।

इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव, श्रम , कारखाना एवं बायलर्स रजत कुमार मिश्र ने कहा कि विभाग का दायित्व है कि श्रमिकों उद्योगों में सही कार्य स्थिति में काम करें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जो पोर्टल बनाया गया है वह बेहतरीन है तथा अन्य राज्य भी उसी का अनुसरण करने के लिए विभाग का दौरा कर चुके है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी उद्योगों का निरीक्षण करते समय फोटोग्राफी जरूर करें।

इस अवसर पर मुख्य निरीक्षक, कारखाना एवं बायलर्स
मुकेश जैन ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग डॉ. यादव द्वारा दिए गए निर्देशों की अक्षरश पालना करेगा।  बैठक के बाद श्रम मंत्री ने राज्यस्तरीय सेफ्टी म्यूजियम तथा प्रशिक्षण केन्द्र का भी अवलोकन किया। बैठक में सभी जिलों से आए कारखाना एवं बायलर्स इन्सपेक्टर मौजूद थे।

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