जयपुर, 11 अप्रेल। देवस्थान राज्य मंत्री राजकुमार रिणवा ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना के तहत हवाई मार्ग से यात्रा के लिए न्यूनतन आयु सीमा 70 वर्ष से घटाकर 65 वर्ष कर दी गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना में शामिल हो सकें।
रिणवा की अध्यक्षता में मंगलवार को यहां सचिवालय स्थित मंत्रालय भवन में दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना एवं विभाग से संबंधित पिछले चार बजट में की गई घोषणाओं की क्रियान्विति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुसार दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजनान्तर्गत 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों को र्धामिक स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। इनमें से 5 हजार वरिष्ठ नागरिकों को हवाई मार्ग से यात्रा करवाई जाएगी। जिसके लिए न्यूनतम आयु 65 वर्ष कर दी गई है।
रिणवा ने बताया कि रेल मार्ग से इस समय 13 तीर्थ स्थानों की यात्रा करवाई जा रही है। इन धार्मिक स्थानों पर यात्रा के दौरान आस-पास के तीर्थ स्थानों को भी शामिल करने के लिए आई आर सी टी सी से वार्ता की जा रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा के लिए आवेदन ऑनलाइन ई-मित्र के माध्यम से किया जा सकता है एवं पिछली बार जिन व्यक्तियों ने आवेदन किया था, लेकिन उनका चयन नहीं हो सका था, उन नामों को भी इस बार की लॉटरी में शामिल किया जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस मामले में विभागीय प्रक्रियाओं को जल्दी से जल्दी पूरा करने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव, देवस्थान, संयुक्त शासन सचिव पर्यटन, सचिव गृह, आयुक्त देवस्थान विभाग, वक्फ बोर्ड के प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
धार्मिक स्थानों के जीर्णोद्धार और निर्माण का कार्य जल्दी से जल्दी पूरा हो
देवस्थान विभाग के कार्यों की क्रियान्विति एवं प्रगति की समीक्षा बैठक में रिणवा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि बजट घोषणओं के अन्तर्गत र्धामिक स्थलों, मन्दिरों, धर्मशालाओं और इनसे संबद्ध समस्त निर्माण कार्य, जीर्णोद्धार, सौन्दर्यकरण, सड़क निर्माण आदि के कार्यों को जल्दी से जल्दी पूरा कराया जाए।
देवस्थान राज्यमंत्री द्वारा विभाग से संबंधित पिछले चार बजट में की गई घोषणाओं की क्रियान्विति की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि आस्था के इन केन्द्रों पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किये जाने चाहिये।
रिणवा ने कहा कि देवस्थान विभाग द्वारा संचालित ठहरने के स्थानों को और अधिक खूबसूरत बनाने और मंदिर में दान के लिए इलेक्ट्रोनिक पेमेन्ट सिस्टम शुरु करने की दिशा में काम करने की जरूरत है। उन्होंने खाटूश्याम जी मंदिर, सालासर बालाजी, मेंहन्दीपुर बालाजी, डिग्गी कल्याणजी, पुष्कर, बूढ़ा पुष्कर, बेणेश्वर धाम, चारभुजा जी, रूपनारायण जी सैवंत्री, मातृकुण्डिया, चौथ का बरवाड़ा, रामदेवरा, केशोराय पाटन, सूर्य मंदिर झालरापाटन, मंदिर नागणेचा जी, लक्ष्मीनाथ जी, गोगामेडी आदि र्धामिक स्थलों में निर्माण कार्य, जीर्णोद्धार, सड़क निर्माण और सौन्दर्यकरण के कार्यों को यथाशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक में वृंदावन स्थित श्रीराधा माधव जी मंदिर की स्थापना की शताब्दी के उपलक्ष्य में सौन्दार्यकरण, प्रकाश व्यवस्था और आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव, देवस्थान, प्रबंध निदेशक आर.एस.आर.डी.सी., आयुक्त देवस्थान, वित्तीय सलाहकार देवस्थान विभाग, संभागों में विभाग के सहायक आयुक्त एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
---
Comments
Post a Comment