State desk बूंदी नेनवा गणेश । राजस्थान में एक तस्वीर ने फिर मानवता को शर्मासार किया हैं। अंतिम संस्कार के लिए एक परिवार को शवयात्रा के साथ घंटों पानी में चलना पड़ा . बुन्दी जिले के एक गांव में शमशान तक पहुचने के लिए घंटों कई फीट पानी में नंगे पाव चलना पड़ता हैं। इतना ही नही लक़डियों का इंतजाम भी पानी के अंदर होकर ही किया जाता हैं। घटना रविवार की है।
शमशान के रास्ते में पानी भरा
बूंदी के नेनवा उपखंड के खजुरी ग्राम मे महिला राम बाई की मौत के बाद, शवयात्रा को शमशान तक ले जाने के लिए काफी दूर 4 फिट तक बहते पानी में चलना पड़ा। बरसात के कारण सारे रास्ते में पानी भरा है और सरपंच से बात की गई लेकिन उसने असमर्थता जता दी। खजुरी ग्राम पंचायत के खजुरा गांव में रविवार को पानी में शवयात्रा ले जाती तस्वीर ना केवल सरकार बल्कि आमोखास को भी चिंतित करती हैं।
शमशान के रास्ते में पानी भरा
बूंदी के नेनवा उपखंड के खजुरी ग्राम मे महिला राम बाई की मौत के बाद, शवयात्रा को शमशान तक ले जाने के लिए काफी दूर 4 फिट तक बहते पानी में चलना पड़ा। बरसात के कारण सारे रास्ते में पानी भरा है और सरपंच से बात की गई लेकिन उसने असमर्थता जता दी। खजुरी ग्राम पंचायत के खजुरा गांव में रविवार को पानी में शवयात्रा ले जाती तस्वीर ना केवल सरकार बल्कि आमोखास को भी चिंतित करती हैं।
महिला की मौत के बाद परीजनो को अन्तिम संस्कार के लिए शमशान पर स्थल पर जाने के लिए जाम हथेली पर लेकर जाना पड़ा। भारी परेशानियो के बीच महिला के शव को शमशान स्थल तक पहुचाने मे दो घण्टे लग गए। शमशान तक पहुचने वाले मार्ग पर एक किलो मीटर मे करीब तीन से चार फिट पानी भरा होने से परिजनो व गावं वालो को पानी से हो कर गुजरना पड़ा । गॉव वालो ने रास्ते को सही करवाने के लिए कोई बार प्रशासन को अवगत करवाया लेकिन कोई हल नही हुआ। इस घटना को बाद गावं वालो मे भारी रोष व्याप्त है। इस बारे में गांव के खजुरी ग्राम सरपंच साबुलाल मीणा से परिजनों ने रास्ता ठीक करवाने की बात कही लेकिन सरपंच ने असमर्थता जता दी। गांव की मुख्य सड़क के बीचो बीच पानी से गुजरना वाले और देखने वाले दोनों ही कह रहे थे हे भगवान तू ही रहम कर
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